Climate (जलवायु)-
Climate होता क्या है, आसान शब्दो में समझें -alterknowledge
🔴भूमिका (introduction)-
किसी देश या क्षेत्र के प्राकृतिक परावरण (Natural environment) ko समझने के लिए तीन मूल तत्वों का अध्यन जरूरी है -
1. स्थलक्रति
2.अपवाह
3.वायुमंडलीय अवस्था जिसके बारे में हम पढ़ेंगे।
क्या कभी आपने सोचा है कि उत्तरी भारत में हम गर्मियों में हल्के कपड़े वहीं सर्दियों में मोटे कपड़े ,रजाई, कंबल की आवश्यकता पड़ती है।
🔴जलवायु तथा मौसम
🔴जलवायु का अर्थ -
जलवायु किसी विस्तृत क्षेत्र में एक लंबी अवधि (30-40 वर्षो तक) पाई जाने वाली मौसम की सामान्य अवस्था ' जलवायु' कहलाती है।
🔴 मौसम का अर्थ -
किसी स्थान की अल्पकालीन वायु मंडली दशाओं को मौसम (wheather )कहते हैं। मौसम किसी एक निश्चित समय में किसी निश्चित स्थान के वायुदाब तापमान आद्रता (humidity) वर्षा पवन की दिशा एवं गति आदि को प्रकट करता है।
जब किसी दिन के तापमान वायुदाब विदिशा एवं गति आदि पर सम्मिलित रूप से विचार करते हैं तब वह उस दिन का मौसम का हाल आता है। मौसम की या विशेषता है कि यह प्रत्येक स्थान पर प्रत्येक क्षण बदलता रहता है।
🔴 मानसून का अर्थ-
मानसून (monsoon) शब्द की उत्पत्ति अरबी भाषा के शब्द ( मोसिम) से हुई है जिसका शाब्दिक अर्थ है ' मौसम' मानसून का अर्थ 1 वर्ष के दौरान वायु की दिशा में ऋतु (monsoon) के अनुसार परिवर्तन है।
🔴 वर्षा ऋतु में विभाजन-
मौसम की अवस्था सामान्यता एक दिन में ही कई बार बदलती है। किंतु वायु मंडली अवस्था कुछ सस्ता तथा महीनों तक लगभग एक समान बनी रहती है जैसे दिन गर्म या ठंडे हवादार शांत हो सकते हैं आसमान बादलों से घिरा हुआ यह साफ हो सकता है इत्यादि। महीनों के औसत वायु मंडली अवस्था के आधार पर वर्ष को ग्रीष्म सीट और वर्षा ऋतु में विभाजित किया गया है। इसके अतिरिक्त विश्व को अनेक जलवायु प्रदेशों में बांटा गया है।
🔶 भारत की जलवायु-
भारत की जलवायु मुख्यता मानसूनी वर्षा पर निर्भर करती है इसलिए भारतीय जलवायु को मानसूनी जलवायु (monsoon climate) कहते हैं। एशिया में इस प्रकार की जलवायु मुख्यता दक्षिणी तथा दक्षिणी- पूर्वी एशिया में पाई जाती है।
भारत की जलवायु में सामान्य प्रतिरूप में लगभग एकरूपता होते हुए भी देश की जलवायु - अवस्था में स्पष्ट प्रदेशिक भिन्नता पाई जाती हैं।